तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
सुनलो मेरे श्याम सलोना,
तुमने ही मुझपर कर दिया टोना,
मैं तो तेरे ही द्वारे पड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
तुमसा ठाकुर और न पाया
तुमसे मैं ने ही नेहा लगाया,
मेरी अँखियाँ तुमसे लड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
कृपा करो हरिदास के स्वामी
बांकें बिहारी अन्तर्यामी,
मेरी टूटे न भजन की लड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी...!!
............श्री राधे ....
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
सुनलो मेरे श्याम सलोना,
तुमने ही मुझपर कर दिया टोना,
मैं तो तेरे ही द्वारे पड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
तुमसा ठाकुर और न पाया
तुमसे मैं ने ही नेहा लगाया,
मेरी अँखियाँ तुमसे लड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी..!!
कृपा करो हरिदास के स्वामी
बांकें बिहारी अन्तर्यामी,
मेरी टूटे न भजन की लड़ी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी,
तेरी अँखियाँ है जादू भरी
बिहारीजी मैं कब से खड़ी...!!
............श्री राधे ....
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