Tuesday 27 October 2015



अकबर ने बीरबल से पुछा -
बीरबल ये आपके
भगवान बार बार अवतार क्यो
लेते है..?
बीरबल - महाराज दो चार
दिन ठहरे आपके प्रश्न का
उत्तर मिल जाएगा ।
दो दिन पश्चात अकबर बीरबल
और बहूत से दरबारी
व सैनिक नौकायन कर रहे थे ।
तभी एक दासी जो महाराज के
साथ नौका मे थी चिल्लाई
राजकुमार
पानी मे गिर गया ।
इतना सुनते ही महाराज अकबर
ने पानी मे छलांग
लगा दी ।
और राजकुमार को
निकाल लाए ।
परंतु
वह राजकुमार न होकर पुतला
मात्र था ।
अकबर ने बीरबल से कहा ये सब
तुमने किया है ।
बीरबल - महाराज जब दासी ने
राजकुमार के पानी मे गिरने की
बात कि तो आपने किसी
दरबारी या सैनिक
को न कहकर स्वयं पानी मे
छलांग लगा दी क्यो..?
अकबर - अपनो के लिए करना
पड़ता है ।
बीरबल - महाराज इसी तरह
धरती पर भागवान के
अपने भक्त जब जब सकंट मे आते है..!
भगवान उनके
संकटो को दूर करने के लिए
धरती पर अवतार लेते है..!
" शर्त केवल इतनी है कि सच्चे
मन से
उन्हे याद किया जाए "
॥ जय श्री कृष्णा ॥

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